आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ के चलते रविवार को महिदपुर के कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास की 15 छात्राओं को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से पांच छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई है, जिन्हें सोमवार को उज्जैन के चरक अस्पताल रेफर किया गया है। अस्पताल ने इनमें से दो छात्राओं को आईसीयू में रखा है।महिदपुर अस्पताल में भर्ती छात्राओं में हेमलता डाबिया 18 वर्ष, शीला प्रजापत 17 वर्ष, शिव कन्या चौधरी 18 वर्ष, पायल कुंवर 17 वर्ष, मोनिका बैरागी 15 वर्ष की हालत बिगड़ने पर उज्जैन के सरकारी चरक अस्पताल में रेफर करना पड़ा। इनमें से हेमलता और शीला प्रजापत की हालत गंभीर होने पर दोनों आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है।
छात्रा पायल ने बताया कि रविवार को छात्रावास के बाहर दशहरा मैदान में कुछ गाड़ियां आई थीं। इसके बाद अचानक धुआं खिड़कियों से कमरे तक पहुंच गया। जिससे छात्राओं को आंख में जलन होने लगी और तेज खांसी चलने लगी, जिसके कारण सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी।
दो छात्राओं को आईसीयू में रखना पड़ा
डॉ. पंकज टांक ने बताया कि छात्राओं को सांस लेने और जलन की परेशानी हो रही है। इसलिए तत्काल उपचार शुरू कर दिया है। फिलहाल दो छात्राओं की हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है।दो छात्राओं की हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है।
15 छात्राओं को भर्ती किया था
महिदपुर तहसील में स्कूल शिक्षा विभाग के कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास में रहने वाली करीब 15 छात्राओं को रविवार रात करीब पौने नौ बजे बाहर मैदान से धुआं के कारण आंखों में जलन और खांसी चलने से सांस लेने में परेशानी होने लगी। कुछ ही देर में छात्रावास में अफरा-तफरी मच गई। इस धुआं के कारण 15 छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। सभी को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया है।
प्राचार्य व हॉस्टल प्रभारी अर्जुनसिंह दावरे ने बताया कि घटना रात करीब 9:45 बजे हुई है। उन्हें भी छात्राओं यही बताया है कि हॉस्टल के बाहर मैदान में कुछ गाड़ियां घूमती देखी गई थीं। इसके बाद ही धुएं जैसी कुछ गैस खिड़की से कमरे तक पहुंची और छात्रों की तबीयत बिगड़ गई।
